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नीमकाथाना के वीर तेजाजी शिक्षण संस्थान (जाट छात्रावास) में जाट समाज सभा का भव्य आयोजन

 नीमकाथाना के वीर तेजाजी शिक्षण संस्थान (जाट छात्रावास) में जाट समाज सभा का भव्य आयोजन 





सुमेर सिंह राव

नीमकाथाना  l अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र के आयोजन हेतु अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक रामोतार पलसानिया, पी एस कलवानिया व मार्गदर्शक  राम सिंह कुलहरि द्वारा नीमकाथाना के जाट समाज बंधुओं से संवाद की कड़ी में नीमकाथाना जाट छात्रावास में जाट समाज सभा का  भव्य आयोजन किया गया ।

 इन सभाओं के माध्य्म से जाट समाज मे फैली कुरूतियों, जाट समाज को जाग्रत व एकजुट करने के लिए एक मुहिम के रूप में अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र का आयोजन 12 जून 2022 को जयपुर में होना है उसी सिलसिले में अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के संयोजक पलसानिया व कलवानिया बंधु तथा इनके मार्गदर्शक बंगलोर के उधोगपति राम सिंह कुलहरि  नीमकाथाना वीर तेजाजी शिक्षण संस्थान (जाट होस्टल) में आकर नीमकाथाना, खेतड़ी, उदयपुरवाटी, श्रीमाधोपुर, व खंडेला के जाट बंधुओ से संवाद किया जिसमें इस इलाके के सेकड़ो गणमान्य लोग तथा सेकड़ो की संख्या में युवाओं ने इनकी बातें बड़ी ध्यान से सुनी व इनको आश्वस्त किया कि 12 जून 2022 को इस इलाके से अधिक से अधिक लोग जयपुर पहुंचेंगे ।

वक्ताओं में सबसे पहले युवा जाट रामोतार बड़सरा, कावट ने अपने समाज मे फैली कुरूतियों का जिक्र किया और समाज के बुद्धिजीवियों से इस पर मनन व जिन्तन का आग्रह किया । रामोतार बड़सर ने कहा कि हमारे समाज में कई ऐसी कुरुतिया है जिनको हमे अविलम्ब रोकने की जरूरत है जैसे विवाह में अनावश्यक खर्चा, जब कोई रिस्तेदारी में मौत हो जाती है तो वहाँ बसे भर भर कर सोक जताने जाते है, दसोठन में सेकड़ो की संख्या में महिला पुरुष जाते हैं और आजकल टीका व सगी मानने में लिए भी सेकड़ो की संख्या जाते है और एक दूसरे की होड़ करते है । ये समाज के लिए बहुत घातक है इसके बजाय हमे बच्चों की शिक्षा पर ध्यान सेना चाहिए विशेषकर लड़कियों की शिक्षा पर और हो सके तो किसी गरीब बच्चे की पढ़ाई में सहयोग करना चाहिए ।

कैप्टन राम निवास ताखर, दलेलपुरा ने अपने उद्बोधन में सबसे पहले सभी वक्ताओं जे अनुरोध किया कि आज की इस सभा मे सिर्फ जाट समाज से जुड़ी बातें ही करे  और इस के अलावा कोई राजनीतिक या दूसरी बाते न करे जिस का सभी लोगों ने तालिया बजाकर समर्थन किया । कैप्टन ताखर ने आगे कहा कि हमारा इतिहास बहुत गौरवशाली है लेकिन सिर्फ  और सिर्फ इस गोरवशाली इतिहास  के भरोसे हम आगे नही बढ़ सकते । इस गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा लेकर हमे अनुशाषित तरीके से कड़ी मेहनत करनी होगी  तभी जाट समाज आगे बढ़ पायेगा ।  उन्होंने आगे कहा कि जाटों का परम्परागत पेशा खेती है, जो आज घाटे का सौदा होगया है । अब हमें दूसरे विकल्प तलाशने होंगे, हमे नोकरियो के लिए और ज्यादा मेहनत करनी होगी, उधोग, व्यवसाय व अपनी खुद की प्रतिभा से दूसरे क्षेत्र में जगह बनानी होगी।  हमे एक दूसरे की टांग खिंचने के बजाय  एक दूसरे की मदद करनी चाहिए  और मधुमखियों की तरह एकजुट होना चाहिए। हम ना करेंगे ना करने देंगे के सिनेरियो (scenario) से बाहर आना होगा  और जो समाज मे आगे बढ़कर काम करता है उसका सहयोग करना होगा तभी समाज आगे बढ़ेगा ।


कैप्टन ताखर ने अंत मे  उपस्थित सभी लोगो से  जाट समाज मे भी दूसरे समाज की तरह सामूहिक विवाह प्रथा पर विचार करने की अपील की  तथा  समाज को आगाह किया कि हमे डी जे (DJ) और शराब  की बुराई से मुक्ति पानी ही होगी नही तो हमार समाज इस बुराई से बर्बाद हो जाएगा और  आगे आनेवाली पीढ़ी हमे माफ नही करेगी ।


रामसिंह कुलहरि ने अपने उद्बोधन में कहा की इंसान कड़ी मेहनत के बलपर कुछ भी हासिल कर सकता है । मेने पहले खेती की और आज से करीब तीस साल पहले बंगलोर में जाकर एक छोटा सा व्यवसाय सुरु किया जो आज अपने पुरे परवान पर है ।  यदि आपको सफल होना है तो आपको को जैसा बोलते हो  या दिखते हो वैसा ही काम करना चाहिए,  आदमी की कथनी और करनी में फर्क नही होना चाहिए। आज कलयुग आर्थिक युग है इसमें जो समाज एक पुरानी लीक पर चलकर आगे नही बढ़ सकता हमे बाकी के लोगो को देखर अपनी जीवनशेली बदलकर अन्य रास्ते तलाशने होंगे नही तो हमारा समाज पिछड़ जाएगा । अंत मे कहा कि  समाज को मेरी जहाँ भी जरूरत होगी में  समाज की सेवा के लिए हमेशा हाजिर रहूंगा ।

 अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के सयोजक कलवानिया व पलसानिया बंधुओ ने सब से पहले अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का उद्देश्य व इसकी जरूरत के बारे में विस्तार से चर्चा की जिस में कहा कि हमारे समाज ने  बहुत कुर्बानियां देकर इतिहास बनाया है लेकिन इतिहास लिखने वालों ने हमारे समाज को इतिहास में वो जगह नही दी जिसका जाट समाज हकदार है । जाट समाज धरती का सीना चीरकर देश का पेट पालता है लेकिन आज हमारा समाज खुद भूख मारने के कगार पर पहुंच गया है । जाट के बेटे सिमा पर देश की रक्षा में अपने प्राणों की बाजी लगा देते है लेकिन अभी तक जाट समाज के लाडलो को वो सम्मान नही मिला , अभी तक जाट के एक बेटे को ही परमवीर चक्र मिला है जबकि जाटों के लाखों लाडले सिमा की रक्षा में वीरगति को प्राप्त हो चुके है । जब हम दोनों ने कॉलेज छोड़ा तो हमे लगा की अब जाट समाज मे जाग्रति लाने की जरूरत है जिसके लिए हमने अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का गठन किया , जिसमे सबसे पहले जाट सम्राट महाराजा सूरजमल की जीवनी पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाई और उसका विमोचन दिल्ली के विज्ञान भवन में जाट नेताओं की उपस्थिति में हुआ । 01 मार्च 2020 को दिल्ली के विज्ञान भवन में पहले अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का आयोजन हुआ जिसमें हिंदुस्तान के सभी पार्टियों के नेता, बड़ेबड़े अफसर व 62 देशों के जाट प्रतिनिधियों ने भाग लिया । इस आयोजन का ही कमाल था कि इसकी गूंज पूरे विश्व मे सुनी गई और उसका प्रमाण मिला जब पूरे विश्व मे कोरोना के कारण लोकडाउन लगा जिसमे विदेशों में कई जगह हमारे भाई बहन  फस गए । जब हमारे पास लोगो के फोन आने लगे तब हमने उन लोगो से संपर्क किया जो इस आयोजन में शरीक हुए थे । उन्होंने हजारों भाई बहनों को कई दिनों तक अपने घर पर रखा, कइयों के पास पैसे खत्म हो गए उनकी हवाई जहाज की टिकट भी उन्होंने बनवाई  और सही सलामत हिंदुस्तान में भेजने में मदद की । 

अंत मे पलसानिया व कलवानिया बंधुओ ने कहा कि आपलोगो ने यहाँ जो मान सम्मान दिया इसके लये हम आपके आभारी है और हमारी जब भी आपलोगो को जरूरत हो हम दोने सदैव आपके लिए हाजिर रहेंगे व आपके द्वारा पहनाई गई पगड़ी को कभी नही झुकने देंगे । अब 12 जून 2022 को जयपुर में इसके द्वितीय सत्र  का आयोजन होना है इसमें आपलोग अधिक से अधिक संख्या में पहुँचर इस आयोजन को सफल बनायें ।


सबसे अंत मे इस सभा के अध्यक्ष व नीमकाथाना जाट होस्टल पूर्व के पूर्व अध्यक्ष डॉ जवाहर सिंह ने अपने उद्बोधन ने कहा कि ये दोनों नोजवान जाट समाज मे जाग्रति लाने के लिए अपना घरबार छोड़कर आगे आये है इन्हें हमसब को साथ देना चाहिए और यही  समय की माँग भी है, आज समाज को एकजुट होना चाहिए।  जब जब भी किसी भी समाज में कुरुतिया अपने चरम पर होती है तब कोई शक्ति उस समाज मे किसी के माध्यम से उसका छुटकारा दिलाती है । आज अपने समाज मे कुरूतियों की भरमार है और भगवान ने फरिस्ते के रूप में हमारे बीच मे पलसानिया व कलवनिया बंधुओ को भेजा है जिस से हमारे समाज मे जरूर कुरूतियों पर अंकुश लगेगा ।   अंत मे सभा में उपस्थित सभी लोगो का आभार जताया व 12 जून 2022 को जयपुर पहुंचने का आव्हान किया ।

जाट समाज की उपस्थिति में कैप्टन राम निवास ताखर , दलेलपुरा ने जाट होस्टल में पढ रहे बच्चों के लिए लाइब्रेरी की सुरुवात करते हुए इक्कीस हजार रुपये (₹ 21000/-) की 108 पुस्तके भेंट की जिस से प्रतियोगिता की तैयारियों में लगे बच्चों को बहुत बड़ी मदद मिलेगी ।


इस अवसर पर जाट होस्टल में तीन लोगो ने 5100 -5100 रुपये देकर नई सदस्यता ग्रहण की जिसमे रमेश हर्षवल झालरा, रघुबीर काजला ठिकरिया व प्रवीण जाखड़ नापावली का समाज ने माला पहनाकर व साफा बांधकर सम्मान किया

इस जाट समाज संवाद सभा मे जाट होस्टल के अध्यक्ष हरि सिंह लोचब, दया राम चाहर, सुरेन्द्र खरबास, अश्वनी कृष्णिया, डॉ संकर दिवाच, डॉ राकेश खेदड़, सरपंच सुरेश खेरवा, नापावली सरपंच घनश्याम कुड़ी, दयालका सरपंच मालीराम, दलेलपुरा सरपंच प्रतिनिधि चरण सिंह, कोषाध्यक्ष सुभाष बोराण, होस्टल लरभरी बिडदी चंद, सुभाष सामोता, प्रवीण जाखड़, जसविंदर, भगवान सिंह लाठर, कानाराम चला,  राजेश जाखड़ नापावाली, कन्हैयालाल बुडानिया, रामेश्वर, दलजी गोपाल होटल, झाबर घोसल्या, रामस्वरूप कर्ष्णिया, दलेलपुरा से फूलचंद ताखर, धर्मपाल ताखर, जगदीप ताखर, विक्रम ताखर, बाबूलाल ताखर, हरदेवा राम रोहिलाण, पदेवा से बनवारी तेतरवाल, रणवीर तेतरवाल, केशर तेतरवाल, नारायण राम दूत, हरड़िया से बनवारी कृष्णिया, जगदेव कृष्णिया सहित सेकड़ो गणमान्य लोग तथा सैकड़ो युवा मौजूद रहे । 

इस पूरे कार्यक्रम का खर्चा कैप्टन राम निवास ताखर व जाट होस्टल अध्य्क्ष हरि सिंह ( 3700/-  रुपये हरि सिंह व बचा हुवा पूरा खर्च कैप्टन राम निवास ताखर) ने स्वंय वहन किया है । इस कायक्रम मे जाट होस्टल फण्ड से कोई खर्चा नही किया गया ।

मंच का संचालन डॉ सागरमल ने  किया व जाट होस्टल अध्य्क्ष हरि सिंह लोचब ने सभी अतिथियों, वक्ताओं व आगन्तुकों का आभार जताया l

आये हुए सभी अतिथियों  व गणमान्य लोगो ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए होस्टल के अध्यक्ष हरि सिंह लोचब व कैप्टन राम निवास ताखर की सराहना की और कहा इन लोगो की मेहनत आज साफ दिखाई दे रही है जिसके  लिए ये और इनकी पूरी टीम बधाई की पात्र है। और आशा व्यक्त की आगे भी ऐसे आयोजन करवाते रहे जिस से समाज व नवयुवकों को प्रेरणा मिलती रहे ।

मंच का संचालन डॉ सागरमल ने  किया व जाट होस्टल अध्य्क्ष हरि सिंह लोचब ने सभी अतिथियों, वक्ताओं व आगन्तुकों का आभार जताया और सभा को सम्पन्न घोसित किया ।

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