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पॉजिटिव स्टोरी* *2025 में अब तक 11 शहीद व सैन्य कार्मिक आश्रितों को मिली अनुकंपा नियुक्ति*

*पॉजिटिव स्टोरी* 


 *2025 में अब तक 11 शहीद व सैन्य कार्मिक आश्रितों को मिली अनुकंपा नियुक्ति* 


 *जिला कलक्टर मीणा ने त्वरित गति से शहीद परिवारों को संबल प्रदान किया*


झुंझुनूं/चंद्रकांत बंका देश के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले रणबांकुरों को वापस तो इस दूनिया में नहीं लाया जा सकता, लेकिन उनके आश्रित परिवारों की समस्याओं का त्वरित गति से समाधान कर और उन्हें राज्य सरकार द्वारा यथासंभव सहयोग कर संबल तो प्रदान किया ही जा सकता है। यह कार्य मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशन में झुंझुनूं जिला कलक्टर रामावतार मीणा बखूबी कर रहे हैं। इसकी ही बानगी है कि वर्ष 2025 में अब तक 11 शहीद व रक्षा कार्मिक आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति दी जा चुकी है। जिला प्रशासन ने इस संबंध में मुस्तैदी दिखाते हुए त्वरित गति से इन्हें नियुक्तियां दी है। जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने बताया कि इनमें से 8 को कनिष्ठ सहायक, 1 वाहन चालक, 1 चतुर्थ श्रेणी कार्मिक और 1 आश्रित को पटवारी पद पर नियमानुसार नियुक्ति दी गई है। 

सबसे ज्यादा शहीद यहां, इसलिए प्रशासन ने आश्रित परिवारों की सहायता के लिए बनाया अलग प्रकोष्ठ:j

देश में सबसे ज्यादा शहीद अपनी वीरता के लिए पहचाने जाने वाले झुंझुनूं जिले से हैं। यहां से 485 शहीदों ने देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है। जिले के सैनिकों ने प्रथम एवं द्वितीय विश्व युद्ध, 1948 कबाइली युद्ध, 1962 भारत-चीन युद्ध, 1965 भारत-पाक युद्ध,m सियाचीन श्रीलंका ऑपरेशन, ऑपरेशन विजय, 1999 कारगिल युद्ध, ऑपरेशन रक्षक एवं तमाम युद्धों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
> जिले के भारतीय सेना में लगभग 30, 000 सेवारत सैनिक एवं 43, 986 सेवानिवृत सैनिक तथा 12096 पूर्व सैनिक विधवाएँ हैं। जिले के शहीदों की संख्या 485 हैं। जिले में कारगिल युद्ध के 18 शहीद हैं।

> जिले के सैनिकों को परमवीर चक 01, कीर्ति चक 06, वीर चक 26, शौर्य 19, सेना मेडल, नौ सेना, वायु सेना के कुल मेडल 117 मिले है। गौरतलब है कि आजाद भारत का पहला वीर चक्र भी नवलगढ़ क्षेत्र भगेरा गांव के हवलदार बसंताराम धाबाई को मिला था। 


जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने यह देखते हुए शहीद व सैन्य कार्मिकों के आश्रितों के परिवारों की समस्याओं के समाधान के लिए कलेक्ट्रेट में अलग से प्रकोष्ठ का गठन कर रखा है। कलक्टर ने बताया कि आश्रित परिवारों की विभिन्न समस्याएं यथा रास्ते के विवाद, विद्युत कनेक्शन, साफ-सफाई, पेयजल समेत अन्य कार्यों व समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित कर रखा है। 



 *इन आश्रितों को मिली अनुकंपा नियुक्ति :* 

जिला कलक्टर मीणा ने बताया कि अमित कुमार मेहता की आश्रित पत्नी संजिता, जगवीर सिंह के आश्रित राहुल कुमार,  संजय कुमार के आश्रित साहिल बलवदा, प्रदीप पूनियां की आश्रित मोनिका,  रघुवीर सिंह के आश्रित संदीप कुमार यादव, शहीद रोहिताश्व कुमार की आश्रित सुभिता, विरेन्द्र कुमार के आश्रित विकास कुमार, अनिल के आश्रित निमित कुमार भाम्बू, विकास के आश्रित आयुष, शहीद ताराचन्द के आश्रित रामकिशन, सत्यवीर सिंह बुडानिया के आश्रित अंकित कुमार को त्वरित गति से अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। 


 *जिला कलक्टर ने ज्वाइंनिंग सेn अब तक नहीं लिया एक भी अवकाश:* 



गौरतलब है कि जिला कलक्टर रामावतार मीणा ने अपनी ज्वाइनिंग के दिन 7 सितंबर 2024 से लेकर अब तक 260 दिनों के कार्यकाल में एक भी दिन अवकाश नहीं लिया है। परिवादियों से मिलने के लिए हर समय उपलब्ध रहने वाले कलक्टर मीणा अवकाश के दिन भी परिवादियों की फरियाद सुनकर उनका समाधान करवाने से परहेज नहीं करते। वहीं कार्यालय में भी सुबह 9.30 से रात 8 बजे तक उपलब्ध रहते हैं। मीणा ने बताया कि जनसेवा के लिए राज्य सरकार ने जो दायित्व सौंपा है, उसे वे पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। जिलेवासियों को सुशासन का पूरा लाभ मिले, यही उनका ध्येय है।

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