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पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी-



सरकार किसानों का जीवन बदलने, उनकी आय बढ़ाने और खेती की लागत कम करने के लिए पूरी क्षमता से कर रही कार्य, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने देखी भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत, किसानों और लघु उद्योगों का हित हमारे लिए सर्वोपरि भारत बनने जा रहा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, आर्थिक हितों के प्रति रहना होगा सतर्क
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लिए कृषि एवं किसान कल्याण ही प्राथमिकता वागड़ क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार ने उठाए महत्वपूर्ण कदम आदिवासियों के विकास के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध
 - मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा


चूरू/जयपुर, । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आयोजित कार्यक्रम के तहत पीएम-किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की। उन्होंने देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों को 20 हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने वाराणसी से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह उनकी वाराणसी की पहली यात्रा है। उन्होंने कहा कि 22 अप्रेल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उन्होंने इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों, विशेषकर बच्चों और बेटियों के दुःख को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उस दौरान उन्होंने बाबा विश्वनाथ से सभी शोक संतप्त परिवारों को यह कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का उनका वादा पूरा हुआ है। यह भगवान महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है और उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भगवान महादेव के चरणों में समर्पित किया। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की एकता ऑपरेशन सिंदूर की ताकत बनी।
श्री मोदी ने पीएम-किसान सम्मान निधि योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार किसानों की समृद्धि के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने पिछली सरकारों से इसकी तुलना करते हुए कहा कि उस समय किसानों के नाम पर की गई एक भी घोषणा शायद ही कभी पूरी हुई हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार अपने वादों को पूरा करती है। उन्होंने पीएम-किसान सम्मान निधि को सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में पीएम-किसान सम्मान निधि का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद से पीएम-किसान सम्मान निधि बिना किसी रुकावट के जारी है। उन्होंने कहा कि अब तक  3.75 लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में हस्तांतरित किए जा चुके हैं।
श्री मोदी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को स्वीकृति दी है। इस योजना के लिए 24 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। इस पहल का ध्यान उन जिलों पर होगा जो पिछली सरकारों की दोषपूर्ण नीतियों के कारण पिछड़ गए थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों के जीवन में बदलाव लाने, उनकी आय बढ़ाने और खेती की लागत कम करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। हम बीज से लेकर बाजार तक किसानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए देश भर में लाखों करोड़ रुपये की सिंचाई योजनाएं लागू की जा रही हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को अब तक 1.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक के दावों का निपटान प्राप्त हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। चावल और गेहूं जैसी प्रमुख खाद्यान्नों सहित अन्य फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में रिकॉर्ड वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों की सुरक्षा के लिए सरकार देशभर में हजारों नए गोदामों का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी अभियान का लक्ष्य पूरे भारत में तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाना है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा महिलाएं यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ड्रोन दीदी पहल ने लाखों महिलाओं की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की है।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार आधुनिक कृषि अनुसंधान को सीधे खेतों तक पहुंचाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। मई और जून 2025 के दौरान ‘लैब टू लैंड’ के मार्गदर्शक सिद्धांत के तहत विशेष रूप से डिजाइन किया गया विकसित कृषि संकल्प अभियान संचालित किया गया है। जिसके माध्यम से 1.25 करोड़ से अधिक किसानों से सीधा जुड़ाव हुआ है। उन्होंने कहा कि जन धन योजना के तहत देशभर में गरीबों के लिए 55 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं। प्रधानमंत्री ने जन-धन खाता रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति से आग्रह किया कि वे बिना किसी देरी के अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शिव ‘कल्याण’ के प्रतीक हैं, लेकिन आतंक और अन्याय का सामना करने पर वे प्रचंड रौद्र रूप भी धारण करते हैं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत के इस रौद्र रूप को देखा और घोषणा की ‘जो कोई भी भारत पर हमला करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह पाताल लोक में ही क्यों न हो। वाराणसी की पावन धरती से प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक नया भारत है- एक ऐसा भारत जो भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है और देश के दुश्मनों के सामने काल भैरव बनना भी जानता है।
श्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत के स्वदेशी हथियारों की शक्ति और भारत की वायु रक्षा प्रणालियों, स्वदेशी मिसाइलों और ड्रोनों की प्रभावशीलता देखी। जिसने आत्मनिर्भर भारत की क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्होंने विशेष रूप से भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों के प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति ने देश के हर दुश्मन में भय पैदा कर दिया है और लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन शुरू हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था वर्तमान में अनेक अनिश्चितताओं और अस्थिरता के माहौल का सामना कर रही है। ऐसे में, दुनिया भर के देश अपने-अपने हितों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर अग्रसर है। इसलिए भारत को अपने आर्थिक हितों के प्रति सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों और लघु उद्योगों का कल्याण सर्वापरि है और सरकार इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है।
श्री मोदी ने देशवासियों से ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने स्वदेशी के लिए नागरिकों से ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों को बढ़ावा देने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमारे घरों में आने वाली हर नई वस्तु स्वदेशी होनी चाहिए। उन्होंने व्यापारियों और दुकानदारों से भी स्वदेशी उत्पाद बेचने का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने आमजन से आगामी त्यौहारों के दौरान स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने का आग्रह किया और कहा कि यही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना सामूहिक प्रयास से ही साकार होगा।
इस कार्यक्रम से मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा बांसवाड़ा के कॉलेज ग्राउंड में प्रधानमंत्री किसान उत्सव दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

76 लाख से अधिक किसानों को 1 हजार 600 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी
- मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कृषक कल्याण और ग्रामीण विकास की नई कहानी लिखी जा रही है। उन्होंने किसान भाइयों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त की सौगात दी है। इसी कड़ी में राजस्थान के 76 लाख से अधिक किसानों के खातों में 1 हजार 600 करोड़ रुपये की राशि अंतरित की गई है।

10 हजार से अधिक नए एफपीओ बनाए गए-
श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पीएम-किसान सम्मान निधि योजना शुरू कर लघु एवं सीमांत किसानों की जिंदगी बदलने का काम किया है। उन्होंने लाखों करोड़ रुपये की खाद सब्सिडी देकर किसानों को राहत दी है। 10 हजार से अधिक नए एफपीओ बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानो के लिए ऑनलाइन व्यापार की व्यवस्था ई-नाम शुरू की है। लागत पर कम से कम 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को सरल बनाकर इसका विस्तार किया गया है।

राज्य सरकार ने किए किसान कल्याण के लिए विभिन्न कार्य-
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसान सम्मान निधि की राशि को बढ़ाकर 9 हजार रुपये कर दिया है और इसे 12 हजार रुपये तक बढ़ाने का संकल्प है। राज्य के 76 लाख से अधिक किसानों को अब तक मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की 6 हजार 800 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है। वर्ष 2025-26 में 35 लाख किसानों को 25 हजार करोड़ का ब्याज मुक्त अल्पकालीन फसली ऋण का वितरण एवं भूमि विकास और सहकारी बैंकों के माध्यम से इस वर्ष 400 करोड़ रुपये का दीर्घकालीन ऋण 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान के साथ उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने करीब 32 लाख मीट्रिक टन गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीद की है। इसी क्रम में पिछले वर्ष 125 रुपये और इस वर्ष 150 रुपये बोनस देकर गेहूं की खरीद पर करीब साढ़े चार सौ करोड़ रुपये की बोनस राशि का भुगतान किया है।

22 जिलों में किसानों को दिन में मिल रही बिजली-
श्री शर्मा ने कहा कि पीएम कुसुम योजना में 1500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन से किसानों को संबल मिला है। किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। इसके फलस्वरूप 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि राम जल सेतु लिंक परियोजना के तहत 12 हजार करोड़ के कार्यादेश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राजस्थान ने हरियाणा के साथ यमुना जल समझौता कर बरसों के इंतजार को खत्म किया है।

प्रधानमंत्री ने जनजातीय समाज के उत्थान का बीड़ा उठाया-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकास को सर्वांगीण, सर्वव्यापी और सर्व-समावेशी बनाते हुए जनजातीय समाज के उत्थान का बीड़ा उठाया है। इस समुदाय के लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया गया है। जिससे देश की पांच करोड़ से अधिक जनजातीय आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बिरसा मुंडा के जन्मदिवस ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर कमजोर जनजातीय समूहों के समग्र विकास हेतु प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) की शुरुआत की। जिसमें प्रदेश के जनजाति बहुल गांवों में आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है।
 
टीएसपी फंड को बढ़ाकर किया गया 1 हजार 500 करोड़ रुपये-
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में 7 नए आश्रम छात्रावास, 3 नए आवासीय विद्यालय और 250 नए मां-बाड़ी केंद्र स्वीकृत किए हैं। मां-बाड़ी केंद्रों में कार्यरत रसोइयों और शिक्षकों का मानदेय 10 प्रतिशत बढ़ाया गया है। 530 वनधन केंद्रों के जरिए जनजातीय परिवारों की वन उपजों को बाजार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मानगढ़ धाम को धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। टीएसपी फंड को 1 हजार करोड़ से बढ़ाकर 1 हजार 500 करोड़ रुपये किया गया है। वहीं डूंगरपुर में डूंगर बरंडा, बांसवाड़ा में बांसिया चारपोटा और उदयपुर में वीर बालिका कालीबाई संग्रहालय जैसे स्मारक हमारे गौरवशाली इतिहास को जीवंत करेंगे।  

पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत प्रदेश में 17 लाख से अधिक पक्के घर बने-
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का जनजातीय समाज को भी बड़ा लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत राजस्थान में अब तक 17 लाख 37 हजार पक्के घर बन चुके हैं। साथ ही, 7 लाख 12 हजार नए आवासों के लिए 8 हजार 544 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। उन्होंने कहा कि किसान और आदिवासी हमारे समाज के मजबूत स्तंभ हैं। वर्ष 2047 तक विकसित राजस्थान का जो संकल्प लिया है, वह संकल्प तभी साकार होगा, जब गांव समृद्ध होंगे, किसान खुशहाल होगा और हर जनजातीय परिवार को सम्मान, सुविधा और अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि वागड़ क्षेत्र के विकास के लिए भी राज्य सरकार ने विभिन्न महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
जनजाति क्षेत्रीय विकास एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री बाबू लाल खराड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनधन खाते खुलवाकर जरूरतमंदों को योजनाओं का पूरा लाभ उनके खातों में सीधा हस्तांतरित किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने इस वित्तीय वर्ष के बजट में आदिवासी अंचल के लिए मक्का प्रोसेसिंग यूनिट की सौगात दी है। वहीं, उदयपुर को वीर बालिका कालीबाई संग्रहालय की सौगात भी मिल चुकी है।
पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के पशुपालकों का उत्थान सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पशुधन के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश में गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना सहित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम कुमार दक ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाया है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने भी इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के 76 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के साथ ही तीन हजार रुपये की अतिरिक्त किसान सम्मान निधि देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के चेक सौंपे
विकास कार्यों का किया शिलायान्स एवं लोकार्पण,

श्री शर्मा ने राज्य स्तरीय समारोह में कृषि विभाग की पॉलीहाउस, सौर ऊर्जा पंप संयंत्र, गोवर्धन जैविक उर्वरक योजना, तारबंदी और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत लाभार्थी किसानों को अनुदान राशि के प्रतीकात्मक चेक वितरित किए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 28 हजार से अधिक लाभान्वितों को 137 करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की। साथ ही, उन्होंने इस योजना के लाभार्थियों को घर की प्रतीकात्मक चाबी भी सौंपी। उन्होंने दो लाभार्थियों को सरस बूथ आवंटन एवं सरस मिनी मार्ट आवंटन पत्र सौंपे। समारोह में सिकराय दौसा में पपीता उत्कृष्टता केंद्र एवं देवड़ावास टोंक में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र के  शिलान्यास और खेमरी धौलपुर में उद्यानिकी ग्राह्य परीक्षण केंद्र के भवन के लोकार्पण की सौगात दी गई।
इस अवसर पर विधायक श्री कैलाश मीना, श्री शंकर लाल डेचा, जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीया सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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