चूरूः टेलेंट्स विला चूरू की ओर से रविवार को घंटेल के पास त्रिनेत्र योग धाम में राजस्थानी थीम पर हुए ओपन माइक शो में रचनाकारों व कलाकारों ने राजस्थानी गीत, कविता, गजल की आकर्षक प्रस्तुतियां देकर लोक संस्कृति को साकार कर दिया। सिर पर साफा और राजस्थानी वेशभूषा में सजे कलाकारों की प्रस्तुतियों पर महिलाओं ने लोक नृत्य की भी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में कविता, गजल, भजन, लोकगीत, स्टोरी टेलिंग और म्यूज़िक की प्रस्तुति दी गई। मोनिका पंवार ने राजस्थानी गीत की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम का आगाज किया। हास्य कवि आशीष गौतम आशु ने अपनी हास्य प्रस्तुतियों से उपस्थित जन को खूब गुदगुदाया। अनिता व मीना सीलू राजलदेसर ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में अनूप सैनी बेबाक, अंकुशा बुंदेला, हेमंत, मोनिका चारण, राहुल जय, मनीष शर्मा, सुलोचना पटेल, निरुल शर्मा, सिराज, राजेंद्र सिंह देपालसर, शौर्य शर्मा, प्रशांत प्रजापत, लीलाधर कत्थक द्वारा प्रस्तुत गीतों पर उपस्थित श्रोता झूम उठे। भगवती पारीक श्रीडूंगरगढ़ व पूनम शर्मा चूरू ने राजस्थानी गीत व कविता की प्रस्तुतियां देकर खूब तालियां बटौरी। संदीप जांगिड़, पिंटू शर्मा भारतीय व तरुण शर्मा ने हास्य प्रस्तुति देकर सभी को भाव-विभोर कर दिया। मुकेश कुमार मनमौजी, रोहिताश घायल, पूर्वाक्षी सैनी, रितेश प्रजापत, अन्नु, ओम भगतानी, विक्की बजाज, शीशराम जाखड़, प्रवीण दानोदिया सेहला, मनराज कांटीवाल मेघसर, पारुल शर्मा ने राजस्थानी कविता, गीत और गजलों की प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम को परवान चढ़ाया। नुरुल ने वाद्य यंत्र व भरत सैनी ने बांसुरी वादन के जरिए खूब वाहवाही लूटी। टेलेंट्स विला के संस्थापक प्रदीप कथक ने कहा ये सिर्फ एक मंच नहीं है, बल्कि रिश्तों और जड़ों से जुड़ने का एक जरिया है। इस तरह के कार्यक्रम के जरिए वरिष्ठ रचनाकारों के साथ नवोदित प्रतिभाओं को आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है। योगाचार्य मनोज शर्मा ने भी राजस्थानी गीत के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। बजरंग कथक ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अनिल रजन्यंश व भगवती पारीक ने किया। शिवराज न्यामा, ओमप्रकाश देवरा, शायर देवी ने टेलेंटस विला की ओर से कार्यक्रम के सहयोगी योगिनी आशा अग्रवाल, वीरेंद्र सिंह, योगाचार्य मनोज शर्मा व विनीता शर्मा का स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मान किया। इस मौके पर विशाखा, खुशी, आदित्य, हर्षित, नीलम, मयंक, ओजस्वी सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।
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