छः दिवसीय संस्थागत वैज्ञानिक बकरी पालन एवं प्रबंधन पर प्रशिक्षण शिविर में चारा फसलों का उत्पादन एवं चारा संरक्षण पर हुआ व्याख्यान
झुन्झुनू(चंद्रकांत बंका) पशु विज्ञान केंद्र झुंझुनूं के प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की अनुसूचित जाति उपयोजना एवं प्रसार शिक्षा निदेशालय राजूवास बीकानेर के द्वारा आयोजित वैज्ञानिक बकरी पालन एवं प्रबंधन विषय पर संस्थागत छः दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दयानन्द ने पशुपालकों को बताया कि आधुनिक बकरी पालन में, संभावनाएँ अपार हैं, खासकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, आय के स्रोतों को बढ़ाने और भोजन की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए साथ ही चुनौतियाँ के बारे में विस्तार से बताया तथा केन्द्र के डॉ उमेश कुमार ने पशुपालको को बकरियों में प्रमुख प्रजनन संबंधी रोगों में ब्रुसेलोसिस, लेप्टोस्पायरोसिस, टोक्सोप्लाज़मोसिस, लिस्टेरियोसिस, और कैम्पिलोबैक्टीरियोसिस के बारे में बताया और उनके कारण ,बचाव, उपचार एवं प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए पशुपालकों को बकरी पालन में संतुलित आहार की महता बताते हुए पशु आहार में बांट व दाने में आहार अवयवों कीj आवश्यकत मात्रा की जानकारी दी तथा कृषि विज्ञान केंद्र ,आबूसर झुंझुनूं के वैज्ञानिक डॉ रशीद खान ने पशुपालकों को बकरियों के लिए चारा फसलों का उत्पादन के साथ ही सहजन, झरबेरी, खेजड़ी के पेड़ व नेपीयर घास आदि के बारे में जानकारियां प्रदान करते हुए पशुपालकों को चारा संरक्षण जैसे हे व साइलेज बनाने के बारे में विस्तार से बताया l
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