चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल में नवजात शिशु की दर्दनाक हत्या के मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी मां गुड्डी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। अजीतसर निवासी 40 वर्षीय गुड्डी ने बीते गुरुवार की देर रात सामान्य प्रसव से एक बेटे को जन्म दिया था। जन्म के महज़ दो घंटे बाद नवजात की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नवजात की मौत गला घोंटने से होना सामने आया। पहले नवजात का मुंह दबाया गया उसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके आधार पर आरोपी गुड्डी की बड़ी बहन मैना ने शनिवार को कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें उसने आर्थिक तंगी की वजह से नवजात की गला घोंटकर हत्या करने का आरोप अपनी बहिन गुड्डी पर लगाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर जांच शुरू की और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। डॉक्टरों के अनुसार प्रसूता की हालत सामान्य है। कोतवाली सीआई सुखराम चोटिया ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और दर्ज मुकदमे के आधार पर आरोपी महिला गुड्डी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि अजीतसर निवासी मैना देवी ने रिपोर्ट दी कि गुड्डी उसकी छोटी बहन है। जिसकी शादी उसके देवर ताराचंद के साथ 24 साल पहले हुई थी। गुड्डी पहले से चार बच्चों की मां है। उसका पति ताराचंद दस साल पहले ब्रेन हेमरेज के बाद विकलांग हो गया था। तब से वह चारपायी पर पड़ा हैं। परिवार की आर्थिक हालत खराब होने की वजह से गुड्डी मानसिक रूप से परेशान रहती थी। इसी बीच 6 नवम्बर 2025 की रात करीब 11 बजे प्रसव पीड़ा होने पर उसे लेकर राजकीय भरतिया अस्पताल पहुंचे थे। जहां देर रात सामान्य प्रसव के द्वारा बेटा पैदा हुआ। तीन साल पहले गुड्डी के एक बेटा हुआ था। जिसके बाद से उसका पति मानसिक रूप से भी बीमार रहने लगा था। मैना ने बताया कि प्रसव के बाद गुड्डी रोने लगी और कहा कि उसके पास पहले से चार बच्चे हैं, अब कौन कमायेगा, पति पहले से ही बीमार हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि 7 नवम्बर 2025 की रात करीब दो से चार बजे के बीच गला दबाकर हत्या की गयी। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर गुड्डी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। अब आरोपी महिला को कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है।

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