नमन है झुंझुनू की माटी को जिसने ऐसे वीर गोरक्षक के रूप में पैदा किए।
आपको बता दे की झुंझुनू की माटी वीर साहसी त्यागी बलिदानी जैसे गौरक्षक जैसे लोग पैदा करती है हाल ही में एक मामला चल रहा है झुंझुनू में गौरक्षकों के द्वारा जिसमें गाय के हक के लिए लड़ रहे हैं वीर बलिदानी गौ रक्षक मित्रों बड़ी ही विडंबना का विषय है कि गौ माता को हर सनातनी अपनी मां के रूप में मानता है आज उसी की हो रही है दुर्दशा आज हमारे समाज में हमारे देश में सरकार द्वारा गो भक्तों द्वारा बहुत से दान दिए जाते हैं गौ सेवा के नाम पर लेकिन केवल और केवल निजी स्वार्थ को संपन्न करने में लगे है कुछ तथाकथित हाल ही में एक मामला चल रहा है गौशाला का जिसमें गौ रक्षों का आरोप है कि इतनी बड़ी संस्था होने के बावजूद जिस घायल गौ माता को गौशाला में भर्ती करवाया गया था रसीद कटवाने के बावजूद उसे गाय माता को कैसे लावारिस हालत में छोड़ दिया इतना ही नहीं इसके बाद दोबारा इस गौ माता की भर्ती के लिए शुल्क लिया जाता है व रशीद काटी जाती है इससे भी बड़ी एक और घटना एक नवजात गाय के बछड़े को कुत्ते नोच नोच कर खा जाते है और उस गोशाला द्वारा उफ़ तक नहीं किया जाता और भी बहुत सी गंभीर लापरवाही सामने आई जो कि गौरक्षकों ने बताई है आज इसी सारे मामले को लेकर गोरख को द्वारा कल रात से कड़ाके की ठंड में गौशाला के आगे धरने पर बैठे हैं युवक नौजवान जो गाय और गोवंश का हित करना चाहते हैं हमें भी इनका समर्थन करना चाहिए व गोवंश की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए जय अग्रसेन महाराज जय गौ माता।
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